चेक बाउंस हो जाए तो क्या करे?
चेक बाउंस हो जाने पर क्या कानून, आज के इस लेख में हम जानेंगे की चेक बाउंस क्या है और चेक बाउंस हो जाए तो क्या करे।
चेक बाउंस क्या है
अगर कोई व्यक्ति किसी रकम का आपको चेक काटकर देता और आप चेक लेकर बैंक जाते है तो आपको पाता चलता है की उतनी रकम उस व्यक्ति के खाते में में नही है और व्यक्ति ने आपसे धोकाघडी की तो उसे चेक बाउंसिंग कहते है।
चेक बाउंसिग पर क्या है कानून
किसी व्यक्ति द्वारा जारी किया गया चेक बाउंस हो जाता है, तो आप कोर्ट की शरण ले सकते है, लेकिन इसके लिए दो बातो को ध्यान देना होगा।
- चेक की वैधता 6 महीने तक होती है । इस दौरान आप बैंक में कभी भी चेक जमा कर सकते है। अगर इस अवधि में आपका चेक बाउंस हो जाता है तो छः महीने खत्म होने के बाद अगले टीस दिन के अंदर आपको कानूनी नोटिस भेजना होगा। अगर आप एक दिन भी देर करते है , तो चेक बाउंस का मामला नही बन सकता।
- चेक गिफ्ट के रूप में जारी नही क्या गया हो।
अदालत की प्रक्रिया
अगर कानूनी नोटिस भेजने के 15 दिन के अंदर वह व्यक्ति रकम नही चुकाता है, तो एक महीने के अंदर चीप जुडिशल मजिस्ट्रेट के यहां 138 के तहत शिकायत दर्ज करानी होगी।
शुरुआती गवाही के बाद उस व्यक्ति के नाम सम्मान जारी होगा और क्रिमिनल प्रोसीजर के तहत केस चलेगा अगर उस व्यक्ति की गलती पाई गई, तो उसे अधिकतम तीन साल का सजा और जुर्माना हो सकता है।
आरोपी का हक
छह महीने का समय बीत जाने के बाद केस करने के लिए 30 दिन का समय होता है। अगर एक दिन ज्यादा हो गया तो आरोपी पर केस नही चलेगा।
लीगल नोटिस मिलने के 15 दिन के अंदर चेक जारी करने वाले व्यक्ति ने पैसे लौटा दिए तो ऐसी स्थिति में भी उसके खिलाफ चेक बाउंस का केस नही चलेगा।